परिचय
मूल नाम : ज़ौक़
जन्म : 1789
विधाएँ : कविता
निधन :1854
रचनाएँ
कविताएँ
- अब तो घबरा के ये कहते हैं कि मर जायेंगे
- आज उनसे मुद्दई कुछ मुद्दआ कहने को है
- उसे हमने बहुत ढूँढा न पाया
- क्या ग़रज़ लाख ख़ुदाई में हों दौलत वाले
- जान के जी में सदा जीने का ही अरमाँ रहा
- तेरे कूचे को वो बीमारे-ग़म दारुश्शफ़ा समझे
- तेरा बीमार न सँभला जो सँभाला लेकर
- लायी हयात, आये, क़ज़ा ले चली, चले