ज्ञानपीठ पुरस्कार

ज्ञानपीठ  पुरुस्कार

२२ मई १९६१ को,साहू शान्तिप्रसाद के १५वें जन्मदिन के अवसर पर उनके परिवारजनों ने सोचा कि,राष्ट्रीय गरिमा और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में साहित्यकारों का मनोबल बढ़ाने के उद्देध्य से कुछ नयी शुरुआत करनी चाहिए | इस सोच से प्रोत्साहित होकर साहू शान्तिप्रसाद ने “भारतीय ज्ञानपीठ” की शुरुआत की | इस तरह से वे “भारतीय ज्ञानपीठ” के संस्थापक के रूप में जाने जाते हैं |

निम्नलिखित साहित्यकारों को “ज्ञानपीठ पुरुस्कार” से सम्मानित किया गया है |

  • वर्ष १९६५ – जी.संकरा कुरूप

योगदान एवं कार्य : ओदक्खुज़ल (बाँसुरी)

भाषा : मल्यालम

  • वर्ष १९६६ – ताराशंकर बन्दोपाध्याय

योगदान एवं कार्य : गणदेवता

भाषा : बंगाली

  • वर्ष १९६७ – कुप्पाली वेंकटाप्पागोवडा पुत्ताप्पा (कुवेम्पु)

योगदान एवं कार्य : श्री रामायण दर्शनम्

भाषा : कन्नड़

  • वर्ष : १९६७ – उमाशंकर जोशी

योगदान एवं कार्य : निशिता

भाषा : गुजराती

  • वर्ष : १९६८ – सुमित्रानंदन पन्त

योगदान एवं कार्य : चिदंबरा

भाषा : हिन्दी

  • वर्ष : १९६९ – फ़िराक गोरखपुरी

योगदान एवं कार्य : गुल-ए-नगमा

भाषा : उर्दू

  • वर्ष : १९७० – विश्वनाथ सत्यानारायना

योगदान एवं कार्य : रामायण कल्प्वृक्षनामु

भाषा : तेलुगु

  • वर्ष : १९७१ – बिष्णु डे स्मृति

योगदान एवं कार्य : सत् भविष्यत्

भाषा : बंगला

 

  • वर्ष : १९७२ – रंधारी सिंह ‘दिनकर’

योगदान एवं कार्य : उर्वशी

भाषा : हिन्दी

  • वर्ष : १९७३ – दत्तात्रय रामचंद्र बेंद्रे

योगदान एवं कार्य : नकुतंति

भाषा : कन्नड़

  • वर्ष : १९७३ – गोपीनाथ मोहंती

योगदान एवं कार्य : पराज

भाषा : ओरिया

  • वर्ष : १९७४ – विष्णु सखाराम खांडेकर

योगदान एवं कार्य : ययाति

भाषा : मराठी

  • वर्ष : १९७५ – पी.वी.अकिलन

योगदान एवं कार्य : छित्रपवाई

भाषा : तामिल

  • वर्ष : १९७६ – आशापूर्ण देवी

योगदान एवं कार्य : प्रथम प्रतिसृति

भाषा : बंगाली

  • वर्ष : १९७७ – के.शिवराम कारंथ

योगदान एवं कार्य :  मूकज्जिया कनसुगालु

भाषा : कन्नड़

  • वर्ष : १९७८ – सचिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्नेया’

योगदान एवं कार्य : कितनी नावों में कितनी बार

भाषा : हिन्दी

  • वर्ष : १९७९ – बिरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य

योगदान एवं कार्य : मृत्युंजय

भाषा : आसामी

  • वर्ष : १९८० – एस.के.पोतेकत्त

योगदान एवं कार्य : ओरु देसथिनते कथा

भाषा : मल्यालम

  • वर्ष : १९८१ – अमृता प्रीतम

योगदान एवं कार्य : कागज़ ते कैनवस

भाषा : पंजाबी

  • वर्ष : १९८२ – महादेवी वर्मा

योगदान एवं कार्य : यम

भाषा : हिन्दी

  • वर्ष : १९८३ – मास्ति व्येंकटेश अयेंगार

योगदान एवं कार्य : चिक्कावीरा राजेन्द्र

भाषा : कन्नड़

  • वर्ष : १९८४ – थाकज्ही सिवासंकारा पिल्लई

योगदान एवं कार्य : कायर

भाषा : मल्यालम

  • वर्ष : १९८५ – पन्नालाल पटेल

योगदान एवं कार्य : मानवी नी भवार

भाषा : गुजराती

  • वर्ष : १९८६ – सचिदानंद राउत रॉय

योगदान एवं कार्य : ओरिया साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : १९८७ – विष्णु वामन शिरवाडकर (कुसुमाग्रज)

योगदान एवं कार्य : नटसम्राट

भाषा : मराठी

  • वर्ष : १९८८ – डॉ.सी.नारायण रेड्डी

योगदान एवं कार्य : विश्वाम्भरा

भाषा : तेलुगु

  • वर्ष : १९८९ – कुर्र्क्तुलें हयदर

योगदान एवं कार्य : आखिरी शब् के हमसफ़र

भाषा : उर्दू

  • वर्ष : १९९० – वी.के गोकक (विनायक कृष्णा गोकक)

योगदान एवं कार्य : भारत सिन्धु रश्मि

भाषा : कन्नड़

  • वर्ष : १९९१ – सुभास मुखोपाध्याय

योगदान एवं कार्य : पड़ती

भाषा : बंगाली

  • वर्ष : १९९२ – नरेश मेहता

योगदान एवं कार्य : हिन्दी साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : १९९३ – सीताकांत महापात्र

योगदान एवं कार्य : भारतीय साहित्य का वर्चस्व बढ़ाने में योगदान के लिए

भाषा : हिन्दी

  • वर्ष : १९९४ – यु.आर.अनंथमूर्ति

योगदान एवं कार्य : कन्नड़ साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : १९९५ – एम्.टी.वासुदेवन नायर

योगदान एवं कार्य : रंडामूज्हम

भाषा : मल्यालम

  • वर्ष : १९९६ – महस्वेतादेवी

योगदान एवं कार्य : हजर

भाषा : बंगाली

  • वर्ष : १९९७ – अली सरदार जाफरी

योगदान एवं कार्य : उर्दू साहित्य में योगदान के लिए

भाषा : उर्दू

  • वर्ष : १९९८ – गिरीश कर्नाड

योगदान एवं कार्य : कन्नड़ साहित्य एवं थिएटर को योगदान के लिए

  • वर्ष : १९९९ – निर्मल वर्मा

योगदान एवं कार्य : हिन्दी साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : १९९९ – गुरदयाल सिंह

योगदान एवं कार्य : पंजाबी साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २००० – इंदिरा गोस्वामी

योगदान एवं कार्य : असामी साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २००१ – राजेन्द्र केशवलाल शाह

योगदान एवं कार्य : गुजराती साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २००२ – डी.जयकान्थन

योगदान एवं कार्य : तमिल साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २००३ – विंदा करंदीकर

योगदान एवं कार्य : अष्टदर्शन

भाषा : मराठी

  • वर्ष : २००४ – रहमान राही

योगदान एवं कार्य : सुभुक सोडा,कलामी रही और सियाह रोड़े जरें मंज़

भाषा : कश्मीरी

  • वर्ष : २००५ – कुंवर नरायण

योगदान एवं कार्य : हिन्दी साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २००६ – रविन्द्र केलेकर

योगदान एवं कार्य : कोंकणी साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २००६ – सत्यव्रत शास्त्री

योगदान एवं कार्य : संस्कृत साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २००७ – ओ.एन.वी.कुरूप

योगदान एवं कार्य : मल्यालम साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २००८ – अखलाक़ मोहम्मद खान ‘शहरयार’

योगदान एवं कार्य : उर्दू साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २००९ – अमरकांत

योगदान एवं कार्य : हिन्दी साहित्य में योगदान के लिए

भाषा : हिन्दी

  • वर्ष : २००९ – श्रीलाल शुक्ला

योगदान एवं कार्य : हिन्दी साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २०१० – चंद्रशेखर कंबारा

योगदान एवं कार्य : कन्नड़ साहित्य में योगदान के लिए

  • वर्ष : २०११ – प्रतिभा राय

योगदान एवं कार्य : यज्नासेरी

भाषा : ओरिया

  • वर्ष : २०१२ – रवुरी भारद्वाज

योगदान एवं कार्य : पाकुदुराल्लू

भाषा : तेलुगु

  • वर्ष : २०१३ – केदारनाथ सिंह

योगदान एवं कार्य : अकाल में सारस

भाषा : हिन्दी

  • वर्ष : २०१४ – बालचंद्र नेमाडे

योगदान एवं कार्य : कोसला

भाषा : मराठी