मूल नाम :परमानन्द श्रीवास्तव जन्म : 10 फ़रवरी,1935 भाषा : हिंदी विधाएँ : कहानी, कविता, उपन्यास जीवनी
परमानन्द श्रीवास्तव (10 फ़रवरी,1935 – 5 नवम्बर, 2013) की गणना हिन्दी के शीर्ष आलोचकों में होती है। गोरखपुर विश्वविद्यालय में प्रेमचन्द पीठ की स्थापना में उनका विशेष योगदान रहा। परमानन्द श्रीवास्तव ने हिन्दी की साहित्यिक पत्रिका “आलोचना” का सम्पादन भी किया था। परमानन्द श्रीवास्तव ने साहित्य में लेखन की शुरुआत कविता से की और समारोप समीक्षा व आलोचना से किया। उनका प्रकाशित साहित्य इस प्रकार है: कविता संग्रह:- उजली हँसी के छोर पर, अगली शताब्दी के बारे में, चौथा शब्द तथा एक अनायक का वृतान्त । कहानी संग्रह:- रुका हुआ समय। आलोचना:- नई कविता का परिप्रेक्ष्य, हिन्दी कहानी की रचना प्रक्रिया, कवि कर्म और काव्यभाषा, उपन्यास का यथार्थ, रचनात्मक भाषा, जैनेन्द्र के उपन्यास,समकालीन कविता का व्याकरण आदि।डायरी:- एक विस्थापित की डायरी। निबन्ध:- अँधेरे कुंएँ से आवाज़ आलोचना:- आलोचना (पत्रिका)। |