जन्म : 1911, तरौनी, दरभंगा (बिहार)
भाषा : हिन्दी, मैथिली, संस्कृत, बंगला
विधाएँ : उपन्यास, कविता संग्रह, खंडकाव्य
उपन्यास: रतिनाथ की चाची, बाबा बटेसरनाथ, दुखमोचन, बलचनमा, वरूण के बेटे, नई पौध, आदि।
कविता संग्रह: युगधारा, सतरंगे पंखो वाली, प्यासी पथारी आँखें, तालाब की मछलियां, चन्दना, खिचड़ी विप्लव देखा हमने, तुमने कहा था, पुरानी जूतियों का कोरस, हजार-हजार बाँहोंवाली, पका है यह कटहल, अपने खेत में, मैं मिलिट्री का बूढ़ा घोड़ा।
खंडकाव्य: भस्मांकुर, भूमिजा
अन्य : एक संस्कृत काव्य “धर्मलोक शतकम्” तथा संस्कृत से कुछ अनूदित कृतियों के रचयिता
रचनाएँ
कविताएँ
- मुबारक हो नया साल
- मेरी भी आभा है इसमें