परिचय
मूल नाम : यूआर अनंतमूर्ति जन्म : 21 दिसंबर,1932 भाषा : कन्नड़ विधाएँ : आधुनिक कन्नड़ साहित्य , कहानी, संवाद, गीत, ग़ज़ल, नज़्म जीवनी
उद्विपी राजगोपालाचार्य अनंतमूर्ति (21 दिसंबर,1932- 22,अगस्त 2014) मिलिगे, शिमोगा(कर्नाटक)। यूआर अनंतमूर्ति आधुनिक कन्नड़ साहित्य के ऐसे चितेरे थे जिनके साहित्य से गांव कभी ओझल नहीं हुआ। यू. आर. अनंतमूर्ति को भारत का एक प्रतिनिधि लेखक कहा जा सकता है। उनकी रचनाओं के अनुवाद हिंदी, बांग्ला, मराठी, मलयालम, गुजराती सहित अनेक भारतीय भाषाओं सहित अंग्रेजी, रूसी, फ्रेंच, हंगेरियन आदि अनेक विदेशी भाषाओं में भी प्रचुर मात्रा में हुए हैं। उनकी अनेक रचनाओं पर बहुचर्चित फिल्में बनी हैं, नाट्य प्रस्तुतियाँ खेली गई हैं। विधाएँ : उपन्यास, कहानी, कविता, नाटक, आलोचना, वैचारिकी! मुख्य कृतियाँ- उपन्यास : संस्कार, अवस्था, भारतीपुर, भव, दिव्या। कहानी : घटश्राद्ध, आकाश और बिल्ली आदि। |