मूल नाम : लाल सिंह
जन्म : 11 अप्रैल 1943, पंजाब
भाषा : पंजाबी
विधाएँ : कविता, आत्मकथा, नाटक
कविता संग्रह : सतलुज की हवा, बहुत सारे सूरज, सत्थर
आत्मकथा : दास्तान
कविताएँ
- ऐ घोड़े चरानेवाली कुड़िए
- कुड़ेली गाँव की निवासिनें
- कैदी लंबरदार
- चाय की दुकान
- छोड़ चले हैं
- जात
- तीन हजार चार सौ, मजदूर
- दूरी
- देश
- नाच
- प्रवासी मजदूर
- बेरोजगार
- बाबुल तेरे खेतों में
- भारतीय संस्कृति
- भोलियाँ
- शाम का रंग
- संस्कृति