रचनाएं

मूल नाम :  प्रभा खेतान भाषा :  हिंदी विधाएँ : कहानी जीवनी   प्रभा खेतान जन्म( 1 नवम्बर 1942) को हुआ था। दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर डॉ. खेतान एक सफल उघमी थीं। उन्होंने हिन्दी साहित्य की भी सेवा की। उन्हें कलकत्ता चैंबर आफ कॉमर्स की एकमात्र महिला अध्यक्ष होने का गौरव प्राप्त था। फ्रांसीसी रचनाकार सिमोन द बोउवा...

परिचय मूल नाम : कमला नाथ शर्मा जन्म : मार्च 1946 भाषा : हिंदी, संस्कृत विधाएँ :  कविता जीवनी कमला नाथ शर्मा (इसके अलावा KNSharma , हिन्दी: कमलानाथ शर्मा , जन्म मार्च 1946) । राजस्थान, भारत से एक सिविल इंजीनियर और जल विज्ञान , जल संसाधन, सिंचाई और जल निकासी और जल विद्युत इंजीनियरिंग में एक अंतरराष्ट्रीय...

परिचय जन्म : 1 मार्च 1964, रामपुर कांधी, मऊ नाथ भंजन (उत्तर प्रदेश) भाषा : हिंदी, भोजपुरी, मैथिली विधाएँ : निबंध, आलोचना, संपादन मुख्य कृतियाँ संसद भवन की छत पर खड़ा हो के, एक नया विन्यास, युगपत समीकरण में, पृथ्वी से रस ले के, चारुता, आकांक्षा से अधिक सत्वर, धूसर कविता, कविता चतुर्थी, अनुपस्थित दिनांक, मद्धिम आँच में,...

परिचय जन्म : 9 अगस्त 1937, मारीशस भाषा : हिंदी विधाएँ : उपन्यास, कहानी, कविता, निबंध, बाल साहित्य, यात्रा वृत्तान्त मुख्य कृतियाँ उपन्यास : लहरों की बेटी, मार्क ट्वेन का स्वर्ग, फैसला आपका, मुडि़या पहाड़ बोल उठा और नदी बहती रही, आंदोलन, एक बीघा प्यार, जम गया सूरज, तीसरे किनारे पर, चौथा प्राणी, लाल पसीना, तपती दोपहरी,...

वे मुस्काते फूल, नहीं जिनको आता है मुर्झाना, वे तारों के दीप, नहीं जिनको भाता है बुझ जाना। वे नीलम के मेघ, नहीं जिनको है घुल जाने की चाह, वह अनन्त रितुराज, नहीं जिसने देखी जाने की राह।

उस काल मारे क्रोध के तन कांपने उसका लगा, मानों हवा के वेग से सोता हुआ सागर जगा। मुख-बाल-रवि-सम लाल होकर ज्वाल सा बोधित हुआ, प्रलयार्थ उनके मिस वहाँ क्या काल ही क्रोधित हुआ? युग-नेत्र उनके जो अभी थे पूर्ण जल की धार-से, अब रोष के मारे हुए, वे दहकते अंगार-से । निश्चय अरुणिमा-मित्त अनल की जल उठी वह ज्वाल सी, तब तो दृगों...